संजीत अपहरण हत्याकांड: मैं पुलिस के पैर छूता रहा और वो हर बार टालते रहे, अगर बेटे के बदले कोई जान मांगता तो दे देता

अगर मेरे बेटे के बदले कोई जान मांगता तो मैं वो भी दे देता। मैं हर बार पुलिस के पास जाकर उनके पैर छूता और वो हर बार टालते रहे। उनकी लापरवाही मेरे बेटे को खा गई…यह शब्द उस दुखी पिता के हैं, जिसके बेटे की पुलिस ने हत्या की खबर तो दे दी, लेकिन अभी तक उसका शव नहीं खोज पाए। शनिवार को बयान दर्ज करने पहुंचे एडीजी पीएचक्यू बीपी जोगदंड के सामने संजीत के पिता चमन यादव आप बीती बताते हुए फफक पड़े।
उन्होंने न्याय की मांग की और दोषी पुलिसकर्मियों एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता, तत्कालीन सीओ मनोज गुप्ता व तत्कालीन इंस्पेक्टर रणजीत राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। उन्होंने इन पुलिस कर्मियों को अपर्ह्ताओं के बाराबर का दोषी होने का आरोप लगाया।
पिता चमन सिंह ने बताया कि वो बेटे को खोजने केलिए पुलिस कर्मियों के पैरों पर गिर गए, लेकिन उन्हें तरस नहीं आया। पुलिस आज कल में टाल मटोल करती रही और हत्यारों ने मेरे बेटे की हत्या कर दी। बयान दर्ज कराने के दौरान पिता आपबीती बताते हुए कई बार बेहोश हो गए। एक बेबस, लाचार पिता की हालत देख अधिकारी भी मायूस से उठ कर चले गए।

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