
आपकी जिंदगी में खुशियां आएं, यह हमारे जीवन का लक्ष्य है-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य का रही है। एक ओर जहां तेंदूपत्ता संग्रहण, लघु वनोपज संग्रहण आदि के माध्यम से उन्हें वनोपजों का अच्छा लाभ दिलाया जा रहा है, वहीं उचित मूल्य राशन, संबल योजना आदि के माध्यम से उनका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। आदिवासियों को वनाधिकार पट्टे दिए जा रहे हैं तथा प्रदेश के सभी अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में उन्हें साहूकारों के चंगुल से मुक्त करने के लिए अवैध रूप से दिए गए ऋण को शून्य कर दिया गया है। “आपकी जिन्दगी में खुशियां आएं, यह हमारे जीवन का लक्ष्य है।”
वनोपज का समर्थन मूल्य बढ़ाना लाभदायक सिद्ध हुआ
मुख्यमंत्री चौहान ने आदिवासी हितग्राहियों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने महुआ सहित 14 वनोपजों के समर्थन मूल्य में वृद्धि की, जिसके परिणाम स्वरूप आदिवासियों को इनका बेहतर मूल्य मिला। सरकार ने इस बार महुए का मूल्य 35 रूपये प्रतिकिलो तय किया, जिससे इसका बाजार मूल्य 45 रूपये किलो तक बढ़ गया। अनूपपुर जिले के हितग्राही विश्वनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसने इस वर्ष 5 क्विंटल महुए का संग्रहण किया, उसका महुआ 45 रूपये किलो में बिका।
उचित मूल्य राशन से कोई गरीब वंचित न रहे
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि आगामी 1 सितम्बर से प्रदेश के छूटे हुए 37 लाख गरीब परिवारों को रियायती दर पर गेहूँ, चावल, आयोडीन नमक, कैरोसिन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि इस योजना के लाभ से कोई गरीब वंचित न रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।
विंध्य हर्बल रोग प्रतिरोधी किट को लॉन्च किया
मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के बरखेड़ा पठानी प्रसंस्करण केन्द्र द्वारा तैयार किए गए “विंध्य हर्बल रोग प्रतिरोधी किट” को लॉन्च किया। इस किट में 8 प्रकार की आयुर्वेदिक रोग प्रतिरोधक दवाएं हैं,जिनका कुल मूल्य 480 रूपये रखा गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इसमें शामिल त्रिकटु चूर्ण, गिलोय चूर्ण, संशमनी वटी, अणु तेल, कालमेघ चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, वनीय शहद तथा अर्जुन हर्बल चाय सभी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।
मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों से चर्चा कर रहे थे। बैठक में वन मंत्री विजय शाह, प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल उपस्थित थे।