
लॉकडाउन में बढ़ा है गजराज का शिकार
नोएडा, 24 जुलाई (पीटीआई) लॉकडाउन के दौरान देशभर में गजराज के शिकार की घटनाएं सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा हुई हैं।
केन्द्र सरकार के वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो से प्राप्त आंकड़ों की मानें तो तस्करों और शिकारियों ने लॉकडाउन में लोगों के अपने घरों में बंद रहने का नाजायज फायदा उठाते हुए बड़ी संख्या में दांत और अन्य अंगों के लिए हाथियों का शिकार किया है।
नोएडा के सामाजिक कार्यकर्ता और वकील रंजन तोमर द्वारा सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार, ‘‘इस साल अभी तक देश भर में 11 हाथियों का शिकार हुआ है। पहला मामला फरवरी महीने में उत्तर प्रदेश में आया। उसी दिन गोवा में भी एक हाथी को मारा गया था।’’
तोमर का कहना है कि केरल में गर्भवती हथिनी के मरने की हृदय विदारक घटना के बाद उन्होंने इस संबंध में सरकार से सूचना मांगी थी।
प्राप्त सूचना के अनुसार, लॉकडाउन से पहले जनवरी से मार्च तक करीब तीन महीने में तीन हाथियों का शिकार हुआ था, लेकिन मार्च से अभी तक नौ हाथी मारे गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा चार हाथी ओडिशा में मारे गए हैं और इनमें से तीन को तो महज आठ दिन के भीतर मारा गया। छत्तीसगढ़ में तीन हाथी मारे गए हैं जिनमें से दो को नौ जून को जबकि तीसरे को 11 जून को मारा गया।
तोमर ने बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार, पिछले वर्ष देश में शिकारियों ने 43 हाथियों का शिकार किया था।