
एक्ट्रेस कंगना रनौत पर सीएम उद्धव ठाकरे के लिए ‘गलत भाषा’ के इस्तेमाल पर केस दर्ज
मुंबई। (एजेंसी) बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए कथित तौर पर ‘गलत’ भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर के एक वकील की शिकायत के आधार पर कंगना के खिलाफ विक्रोली पुलिस थाने में बुधवार को मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा, ‘वकील नितिन माने ने अपनी शिकायत में कहा कि एक्ट्रेस ने मुख्यमंत्री के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल किया और अपने फेसबुक अकाउंट पर वह वीडियो अपलोड किया।’ जोन सात के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) वी. प्रशांत कदम ने कहा, ‘एनसी दर्ज करने के बाद हमने शिकायतकर्ता से अदालत का रुख करने को कहा है। कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।’
माने ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि पुलिस के एक्ट्रेस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इनकार करने के बाद वह मुख्यमंत्री का ‘अपमान’ करने के लिए उनके खिलाफ अदालत में अवमानना का मामला दर्ज करने की योजना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के बारे में कंगना के एक हालिया बयान से विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने दावा किया था कि वह मुंबई में असुक्षित महसूस करती हैं। इसके बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने उनसे मुंबई वापस नहीं आने को कहा था। राउत के इस बयान के बाद एक्ट्रेस ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी।
एक्ट्रेस (33) बुधवार को ही अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से मुंबई लौटी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना से टकराव के कारण महाराष्ट्र सरकार उन्हें निशाना बना रही है। शिवसेनानीत बीएमसी ने बुधवार को एक्ट्रेस के बांद्रा स्थित बंगले में किए गए कुछ अवैध निर्माण को तोड़ दिया था। हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बाद में प्रक्रिया पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
इसके बाद, कंगना ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में शिवसेना प्रमुख एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को संबोधित करते हुए कहा, ‘उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलके मेरा घर तोड़ के मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है…आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है, याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता।’ उन्होंने वीडियो में कहा, ‘…उद्धव ठाकरे ये जो क्रूरता, ये जो आतंक है, अच्छा हुआ मेरे साथ हुआ क्योंकि इसके कुछ मायने हैं।’