
महंगाई से उज्ज्वला योजना का रंग पड़ा फीका, दाम बढ़ते ही 80 फीसदी घटी LPG गैस सिलेंडर की बुकिंग
जयपुर। केंद्र सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर पर एक साथ 50 रुपए की बढ़ोतरी की है। ऐसे में उज्ज्वला गैस योजना के तहत राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में गैस बुकिंग करीब 80 फीसदी तक घट गई है। अब ग्रामीण इलाकों में गैस की जगह फिर से चूल्हे और कोयले के सहारे भोजन पकाया जा रहा है। दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बीच रोजगार का संकट और कम आय के कारण लोग बहुत परेशान है। ऐसे में कई उपभोक्ताओं का गैस सिलेंडर खरीदना बूते से बाहर हो गया है।
जानकारों की मानें तो प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में उज्ज्वला गैस योजना के तहत 63 लाख से ज्यादा कनेक्शन हैं। गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में योजना के तहत गैस सिलेंडर की बुकिंग 80 फीसदी तक घट गई है। राजधानी जयपुर की बात करें तो प्रतिमाह 35 हजार से ज्यादा सिलेंडर उज्ज्वला योजना के तहत बुक होते थे, लेकिन अब दाम बढ़ने के बाद से बुकिंग करीब पांच प्रतिशत ही रह गई है। दाम बढ़ने से पहले भी उज्ज्वला योजना के उपभोक्ता पूरे साल में दो से तीन सिलेंडर ही ले पाते थे।
कहां-कितने कनेक्शन
राजस्थान के जयपुर में करीब 1 लाख 80 हजार, बांसवाड़ा में 1 लाख 95 हजार, अजमेर में 1 लाख 59 हजार, जोधपुर में 1 लाख 40 हजार, टोंक में 1 लाख 20 हजार, अलवर में डेढ़ लाख और सीकर में करीब 80 हजार गैस कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए है।
किनका क्या कहना है:
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर फैडरेशन ऑफ राजस्थान के महासचिव कार्तिकेय गौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से उज्ज्वला गैस योजना के लाभार्थियों को कम दामों पर गैस सिलेंडर उपलब्ध कराना चाहिए। इससे ग्रामीण लोग चूल्हे के धुंए से होने वाली बीमारियों से बच सकेंगे।