
कोरोना पॉजिटिव छात्र की परीक्षा के लिए अस्पताल को बनाया परीक्षा केंद्र
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण जहां पूरी दूनिया ठहर सी गई है। वहीं, मध्य प्रदेश के शिक्षा विभाग ने अच्छी पहल करते हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज को राहत प्रदान की है. शिक्षा विभाग ने छात्र की परीक्षा के लिए अस्पताल के कोविड वार्ड को ही परीक्षा केंद्र बना दिया और छात्र की कोरोना वार्ड में बेड पर ही परीक्षा दिलवाकर एक मिशाल पेश की है. जबलपुर के 12वीं के छात्र अनुज पटेल पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद अनुज को कोरोना इलाज के लिए सुख सागर मेडिकल कॉलेज के कोविड सेंटर में भर्ती करवाया गया था. जिसकी ओपन स्कूल की परीक्षा थी.
परीक्षा से कुछ घंटे पहले मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल बोर्ड के डायरेक्टर ने जबलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी को देर रात आदेश जारी कहा कि अनुज जिस बेड पर भर्ती है, वहीं उसकी परीक्षा ली जाए. इसके बाद बोर्ड की ओर से अस्पताल के कोविड वार्ड को परीक्षा केंद्र बनाकर अनुज को परीक्षा दिलवाई गई. इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से अस्पताल प्रभारी को परीक्षा इंचार्ज और नर्स को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया.
जिला कलक्टर को पत्र भेजा तो शिक्षा विभाग आया हरकत में
स्कूल शिक्षा विभाग की ‘रुक जाना नहीं’ योजना के तहत सोमवार से शुरू हुई परीक्षा में अनुज को शामिल होना था. कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद अनुज ने हार नहीं मानी और परीक्षा में शामिल किए जाने के लिए जिला कलक्टर को पत्र लिखा. अनुज ने जिला कलक्टर को लिखा कि वह परीक्षा में शामिल होना चाहता है. बात मप्र राज्य ओपन स्कूल बोर्ड तक पहुंची तो बोर्ड के डायरेक्टर पीआर तिवारी ने जबलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी को रविवार देर रात आदेश जारी किया कि अनुज जिस बेड पर भर्ती है, वहीं उसे परीक्षा देने दें. इसके बाद अनुज ने अस्पताल के कोविड वार्ड में कोरोना बेड पर ही परीक्षा दी.