
पीएम मोदी से मिले नीतीश कुमार, एक घंटे की मुलाकात में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। संसद भवन में दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातें हुईं। इस दौरान खासकर बिहार के विकास कार्यों पर उनलोगों ने चर्चा की। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद दिल्ली में पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सभी क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है। काफी विकास हुआ है। बिहार के विकास पर प्रधानमंत्री से पहले भी बात होती रही है। केंद्र सरकार का भी सहयोग मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र, चाहे वह शिक्षा, सड़क हो या रोजगार के सवाल। बिहार में व्यापार भी काफी बढ़ा है। लोगों की आय बढ़ी है। हां, पर उस तरह से उद्योग का विकास नहीं हो पाया है। इस पर भी काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हर घर में बिजली पहुंचा दी गई है। सभी घरों में नल से जल की आपूर्ति की जा रही है। कुछ ही घर अब बचे हैं, यहां भी शीघ्र आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जो भी कार्य हुए हैं, उन्हें हम मेंटेन रखेंगे। इसके लिए नियम बनाये गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएमसीएच को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज को पहले ही एनआईटी में तब्दील कराया गया है। वर्ष 2008 से कृषि रोड मैप बनाकर कार्य किया जा रहा है। इससे बिहार में उत्पादकता दोगुनी हुई है। विपक्ष के आरोपों के सवाल पर कहा कि 2005 के पहले राज्य में अनाज की अधिप्राप्ति तक नहीं होती थी। हमने इसकी शुरुआत की।
रोजगार मुहैया कराएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार को लेकर हमलोगों ने जो भी कहा है, उसे पूरा करेंगे। सरकारी के साथ-साथ हर क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराने के लिए व्यापक काम किये जा रहे हैं। उसी दृष्टिकोण से हमलोग कार्ययोजना बना रहे हैं। महिला सशक्तीकरण पर कार्य हुए हैं। पुलिस समेत अन्य विभागों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। 2005 के पहले कहां किसी को रोजगार मिलता था। 2005 में बिहार का बजट 24 हजार करोड़ था, जिसे बढ़ाकर दो लाख करोड़ से भी अधिक किया गया है। नेपाल के सवाल पर कहा कि अभी वहां की जो स्थिति है, उसमें कई तरह की कठिनाई आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार चुनाव के बाद पहली बार दिल्ली आये हैं। सबसे मिलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे।
विपक्ष पर निशाना, आनंद में रहें
पत्रकारों ने सवाल किया कि विपक्षी बयान दे रहा है कि बिहार की सरकार पांच सालों तक नहीं चलेगी, पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बोलकर ही आनंद में रहें वे लोग। अगर बोलने से ही उन्हें संतुष्टि मिलती है तो बोलें। ऐसे लोगों को न कुछ जानकारी है और न समझ। ऐसे बयानों पर मैं कुछ बोलना उचित नहीं समझता हूं।
केंद्रीय कैबिनेट में शामिल पर चर्चा नहीं हुई
केंद्रीय कैबिनेट में जदयू के शामिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तो साथ ही है। ये सब सोचने की बात है? हालांकि इस संबंध में प्रधानमंत्री से कोई बात नहीं हुई है। इस विषय पर हमलोग की तरफ से कोई चर्चा नहीं हुई है।
उपराष्ट्रपति से मिले
मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी मुलाकात की। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनका मिलने का कार्यक्रम है।