
वायरल वीडियो को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक पत्रकार के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज
रायपुर(एजेंसी) छत्तीसगढ़ पुलिस ने अंबिकापुर जिले में एक स्थानीय वीडियो पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पत्रकार पर पुलिस ने यह कार्रवाई उस वीडियो के वायरल होने के बाद की, जब पत्रकार ने किसानों की दुर्दशा को वीडियो के जरिए दिखाया, जिनकी धान की फसलें नगर निगम के एंटी अतिक्रमण अभियान के दौरान द्वारा रौंद दी गईं। पुलिस के मुताबिक, पत्रकार मनीष सोनी पर बुधवार को कथित रूप से गालियां और अपमानजनक भाषा का उपयोग करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। अम्बिकापुर नगर निगम के कांग्रेस महापौर अजय तिर्की की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने पत्रकार मनीष कुमार पर मुकदमा दर्ज किया है।
हालांकि, पत्रकार मनीष सोनी ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है और दावा किया कि जिस वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है, उसे कुछ अन्य लोगों द्वारा ‘संपादित’ किया गया है। सोनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोई प्राथमिक जांच नहीं की है और मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि पिछले महीने भी पत्रकार मनीष सोनी के खिलाफ एक अन्य मामले में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच एक मुठभेड़ पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए केस दर्ज किया गया था।
पुलिस महानिरीक्षक (सर्गुजा) रतनलाल डांगी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि आरोपी ने एक वीडियो बनाया है जो सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया था, जिसमें अपमानजनक भाषा और गालियां दी गई थीं। हमने 294 भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू की है।
आईजी ने आगे कहा कि अगर आरोपी यह दावा कर रहा है कि जो वीडियो वायरल किया गया था, उसे उसने नहीं बनाया है तो वह ओरिजनल वीडियो पुलिस को सौंप सकता है। उन्होंने कहा कि अगर वह ओरिजनल वीडियो सौंपता है, जिसे उसने खुद बनाया है तो हम इसकी फॉरेंसिंक जांच करेंगे और मामला वापस ले लेंगे।
वहीं, आरोपी पत्रकार सोनी ने हिन्दुस्तान टाइम्स से कहा कि उन्होंने समाचार एजेंसियों के लिए नगर निगम द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान के बारे में एक स्टोरी की थी और देश के विभिन्न चैनलों द्वारा इसे चलाया गया था। उन्होंने कहा, ‘यह वीडियो स्टोरी कई अन्य न्यूज चैनलों द्वारा भी कवर की गई थी, जिसकी वजह से नगर निगम ने मेरे खिलाफ केस किया है। दूसरी बात प्रभावित किसानों ने गांधी नगर पुलिस स्टेशन में नगर निगम के कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है और दावा किया है कि अतिक्रमण विरोधी अभियान से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था। इसलिए कुछ लोग मेरी समाचार रिपोर्ट से खुश नहीं थे और मेरा मानना है कि उन्होंने मेरे वीडियो से छेड़छाड़ किया है और एक मीम बना दिया है। उस एडिटेड वीडियो के आधार पर पुलिस ने बिना किसी प्राथमिक जांच के मामला दर्ज किया है।’
सोनी के आरोपों कि उन्हें फंसाया गया था, पर कांग्रेस मेयर ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि वीडियो एडिटेड है या ओरिजनल। वीडियो में अपमानजनक कंटेंट है और इसे सोशल मीडिया में हर जगह प्रसारित किया गया था। अगर वीडियो को एडिट किया गया था तो सोनी ने शिकायत क्यों नहीं की कि उसके वीडियो से छेड़छाड़ हुआ और उसे प्रसारित किया जा रहा है?