
व्यापम-2 घोटाले के चक्कर में अधर में लटका युवाओं का भविष्य, मंत्री बोले- जांच के बाद ही आएगा रिजल्ट
भोपाल, 23 मार्च 2021 मध्य प्रदेश में कृषि विभाग की अधिकारियों की भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर सरकार में मंत्री कमल पटेल ने पूरी गंभीरता से जांच कराने का वादा किया है। बता दें कि, यह एग्जाम राज्य के प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित कराया गया था, जिसे पहले व्यापम के नाम से जाना जाता था। व्यापम-2 पर मध्यप्रदेश सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने सोमवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि, इस मामले गहनता से पूरी जांच होने के बाद ही अंतिम परीक्षा के परिणाम घोषित किये जाएंगे।
साथ ही कहा कि “मेरे विभाग के अधिकारियों की भर्ती परीक्षा में राज्य के एक ही अंचल के उम्मीदवारों को अन्य इलाकों के परीक्षार्थियों के मुकाबले ज्यादा अंक मिलने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। ऐसे में लोगों के भीतर जाहिर है कि शंका का बीज जन्म लेगा। इसीलिए हम भर्ती परीक्षा से जुड़ी शिकायतों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, “अगर इस जांच में कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद जैसे ही इस केस में जांच पूरी हो जाएगी तो भर्ती परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा।”
आपको बता दें कि, इस भर्ती को लेकर कई छात्र संगठन कथित घोटाले को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इस भर्ती में अयोग्य उम्मीदवारों को शामिल किया गया है। वहीं, इस भर्ती में चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस परीक्षा में प्रावीण्य टॉप टेन की लिस्ट में शामिल उम्मीदवार सिर्फ ग्वालियर-चम्बल क्षेत्र के निवासी हैं।
धरना देने वालों ने व्यापम-2 का नाम दिया
साथ ही धरना देने वाले इस घोटाले को व्यापम-2 का नाम दे रहे हैं क्योंकि इस परीक्षा का आयोजन राज्य के प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने किया था, जिसका पहले नाम व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) था। लेकिन विवादों में घिरने के बाद इसका नाम प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड रख दिया था। गौरतलब है कि, उच्चतम न्यायालय के वर्ष 2015 में दिए गए आदेश के तहत व्यापमं के पुराने घोटाले से जुड़े मामलों की जांच सीबीआई कर रही है।