
सरसों 8300 रुपये क्विन्टल पर पहुंचा, बिनौला रिफाइंड पांच रुपये किलो महंगा
हिन्दी समाचार। विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों, सोयाबीन, मूंगफली और सीपीओ सहित विभिन्न खाद्य तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। बिनौला का ऑफ सीजन होने तथा गुजरात की मांग बढ़ने से संभवत: पहली बार बिनौला रिफाइंड का भाव मूंगफली के मुकाबले लगभग पांच रुपये किलो महंगा हो गया। वहीं, इंदौर के खाद्य तेल बाजार में सोमवार को सोयाबीन रिफाइंड 10 रुपये और पाम तेल के भाव में 15 रुपये प्रति 10 किलोग्राम की तेजी हुई। तिलहन में सोयाबीन रिकार्ड महंगा बिका।
कोटा, सलोनी और आगरा में सरसों दाना उछला
सूत्रों ने कहा कि सोमवार को देश की मंडियों में सरसों की आवक काफी बढ़ी है, क्योंकि ऊंचे भाव पर किसान इसे बिक्री के लिए ला रहे हैं। आमतौर पर मंडियों में जो लगभग दो लाख बोरी की आवक थी वह बढ़कर लगभग पौने तीन लाख बोरी हो गयी। उन्होंने कहा कि कोटा, सलोनी और आगरा में सरसों दाना का भाव 8,200 रुपये क्विन्टल से बढ़कर 8,300 रुपये क्विन्टल हो गया।
सूत्रों ने कहा कि गुजरात की मांग निकलने और ऑफसीजन होने की वजह से बिनौला तेल (कच्चा तेल) की कीमत मूंगफली के मुकाबले लगभग पांच रुपये किलो अधिक हो गई है। अभी तक बिनौला के भाव मूंगफली से कम ही हुआ करते थे। जबकि मूंगफली तेल को सरसों की तरह तत्काल इस्तेमाल में लाया जा सकता है मगर बिनौला को रिफाइंड बनाना पड़ता है। सूत्रों ने बताया कि मांग बढ़ने से बिनौला तेल के साथ-साथ सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में भी पर्याप्त सुधार दर्ज हुआ।