
गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लगाई गई, कई इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम लगा,
नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है। किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं।
गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत के मंच पर हंगामा, लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि गाजीपुर बॉर्डर बंद है। ट्रैफिक को एनएच-24, एनएच-9, रोड नंबर-56, 57 ए, कोंडली, पेपर मार्केट, टेल्को टी पॉइंट, ईडीएम मॉल, अक्षरधाम और निजामुद्दीन खट्टा से डायवर्ट किया गया है। इस इलाके में और विकास मार्ग पर अत्यधिक ट्रैफिक है, लोग कृपया वैकल्पिक मार्ग लें।
इधर भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) और बीकेयू (एकता) के सदस्यों ने गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद धरना समाप्त कर दिया। बीकेयू (लोक शक्ति) के एस.एस. भाटी ने कहा कि लाल किले की घटना से हम भी आहत हैं। सरकार ने हमें आश्वासन दिया है कि वे किसानों के साथ बातचीत जारी रखेगी।