
शाजापुर जिले में मनाया जायेगा “अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस”
शाजापुर। म.प्र. शासन अध्यात्म विभाग के स्वशासी संस्थान राज्य आनंद संस्थान एवं कलेक्टर दिनेश जैन के अनुरोध पर पंजीकृत आनंदको एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से जिले में 01 अक्टूबर 2020 को “अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस” मनाया जायेगा। इस संबंध में डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी जूही गर्ग द्वारा अवगत कराया गया कि संयुक्त राष्ट्र के आव्हान पर इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करना, उनके संबंध में चिंतन करना तथा उनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखना, विशेष रूप से वृद्धजनों की चिकित्सा सुविधा और उनकी मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक सुरक्षा हेतु प्रबंध व प्रयास करना है। जो उनमें जीवन के प्रति उत्साह उत्पन्न करें साथ ही समाज में यह चेतना जगाना भी आवश्यक है कि वृद्ध हमारी जिम्मेदारी नहीं, आवश्यकता है। वे जीवन के अनुभवों के खजाने है, जिन्हें सहेज कर रखना हर समाज व संस्कृति का धर्म एवं नैतिक जवाबदारी है। इस अवसर पर विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं एवं राज्य आनंद संस्थान में पंजीकृत आनंदको से अनुरोध किया गया है कि कोविड-19 के चलते सोशल डिस्टेंसिंग एवं सभी सावधानियों का ध्यान रखते हुए वृद्धजनों के प्रति कृतज्ञता एवं सम्मान व्यक्त करने हेतु स्थानीय परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए स्वविवेक से अपने स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के उद्देश्यों पर आधारित यथासंभव गतिविधियां जैसे- वृद्धजनों को डिजीटल संसाधनों के प्रशिक्षण एवं अनूकुलन का अवसर दिया जाना, वृद्धजनों से साक्षात्कार कर उनके संस्मरण सुनकर पुरानी यादें साझा करें, अपने बच्चों को बुजुर्गो के साथ कुछ समय व्यतीत करने हेतु प्रेरित करें और दूर हो तो उनसे फोन पर बात करने की सीख दें, बुजुर्गो को प्रेरित करें कि वे पर्याप्त नींद, समय पर भोजन, थोड़ी कसरत और प्रकृति के साथ समय व्यतीत करें। अकेलेपन के अवसाद से गुजर रहे बुजुर्गो की यथासंभव मानसिक व आर्थिक मदद करें तथा उनके पास फल, पुस्तके इत्यादि लेकर जायें, उनके मनोरंजन के लिए गीत, संगीत, नृत्य, स्टोरी टेलिंग, अथवा उनकी रूचि को ध्यान में रखते हुए अन्य कोई गतिविधि, बुजुर्गो द्वारा किये गये कार्यो हेतु सम्मान करें, बुजुर्गो के प्रति संवेदनशीलता बनाये रखने के उद्देश्य से ऑनलाईन संगोष्ठी, मनोवैज्ञानिक अथवा विशेषज्ञों के ऑनलाईन व्याख्यान आदि का आयोजन कर सकते है। इसके साथ ही शासन द्वारा बुजुर्गो के हित में दी जा रही विभिन्न सहायता योजनाओं के संबंध में भी जागरूक किया जा सकता है।
इसके साथ ही विभिन्न संस्थानों, दुकानों, प्रतिष्ठानों एवं अस्पतालों से संपर्क कर वृद्धजनो के प्रति कृतज्ञता एवं सम्मान प्रकट करने के उद्देश्य से विषेष छुट के प्रावधान हेतु भी प्रयास करें। वर्तमान में जिले में 92 प्रतिष्ठानों द्वारा वृद्धजनों को विशेष छूट दी जा रही है। जिसका विवरण राज्य आनंद संस्थान की वेबसाईट पर भी दर्ज किया जा रहा है। इन प्रतिष्ठानों में प्रायवेट हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों पर, चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा परामर्श पर, पैथालॉजी लेब में विभिन्न प्रकार की जॉंचों पर, फिजीयोथेरेपी सेंटर एवं नैत्र चिकित्सालय, मेडिकल स्टोर्स में दवाईयों पर, कपड़ो की दुकानों, सिलाई, कानूनी परामर्श, होटल एवं रेस्टोरेन्ट, जूते-चप्पल, फोटोकॉपी, किराना सामग्री, इलेक्ट्रिकल सामग्री आदि विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा वृद्धजनों हेतु 2 से लेकर 50 प्रतिशत तक की विशेष छूट का प्रावधान कर घोषणा-पत्र दिया गया है। कलेक्टर द्वारा इन सभी प्रतिष्ठानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई।
विद्यार्थियों में बुजुर्गो के प्रति संवेदनशीलता, कृतज्ञता एवं सम्मान की भावना विकसित हो, इसके लिए जागरूकता हेतु जिले के महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में ऑनलाईन संगोष्ठी, चर्चाऐं, बैठक, पोस्टर प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, मनोवैज्ञानिक अथवा विशेषज्ञों के व्याख्यान आदि ऑनलाईन आयोजन एवं एसएमएस, ईमेल एवं ट्विटर आदि सोशल मीडिया के माध्यमों से भी जागरूकता के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है।