
70 सालों में नहीं देखी ऐसी तबाही, मध्य प्रदेश में बाढ़ पर बोले शिवराज सिंह चौहान, कहीं टूटे पुल तो कहीं गांव ही खत्म
हिन्दी समाचार, भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में लगातार जारी बारिश से हालात विकट होते जा रहे हैं। भारी बारिश के चलते हुए हादसों में गुरुवार को दो लोगों को मौत गई, जबकि कई लोग घाय़ल हुए हैं। राज्य में कई जगहों पर इमारतें और पुल ध्वस्त हो गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि उन्होंने बीते 70 सालों में प्रदेश में ऐसी तबाही नहीं देखी है। राज्य सरकार का कहना है कि बारिश के चलते हुई घटनाओं में अब तक दो लोगों की मौत हुई है। एक व्यक्ति की मौत शिवपुरी और एक की श्योपुर जिले में हुई है। इसके अलावा गुना में 4 और दो शिवपुरी और 1 व्यक्ति मुरैना जिले में घायल हुआ है। कहा जा रहा है कि मौतों और घायलों का आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है।
इसकी वजह यह है कि उन्हीं मौतों को सरकार ने आंकड़ों में शामिल किया है, जिनकी पुष्टि जिला प्रशासन से की गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि भारी बारिश के चलते दतिया में रतनगढ़ मंदिर के पास एक पुल टूट गया। इसके अलावा संकुआ में भी एक पुल टूट गया और इसके चलते बड़ी संख्या में लोग बाढ़ में फंस गए थे। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सीएम ने ग्वालियर और चंबाल संभाग के कमिश्नरों और आईजी से बात की है। सीएम ने बताया कि लोगों को बचाने के लिए शिवपुरी और भिंड जिले में एयर ऑपरेशन भी चलाया गया है।
शिवराज सिंह चौहान के हवाले से एक अधिकारी ने कहा, ‘राज्य ने बीते 70 सालों में ऐसी तबाही नहीं देखी है, जो अब ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ के चलते देखने को मिल रही है। रतनगढ़ माता मंदिर और संकुआ में पुल टूट गए हैं और इन इलाकों में लोग फंस गए थे।’