
कोरोना के अंत की शुरुआत: दुनिया के 11 मुल्कों में लगाया जा रहा कोविड-19 का टीका
नई दिल्ली। विश्व में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच इस महामारी से अब तक 17.41 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा 7.93 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक विश्व के 191 देशों में कोरोना वायरस से अब तक 7,93,10,157 लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 17 लाख 41 हजार 837 मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 86 लाख के पार पहुंच गई है जबकि 3,29,022 लोगों की मौत हुई है। संक्रमणों के मामलों में दूसरे सबसे बड़े देश भारत में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ के पार पहुंच कर 1,01,46,846 हो गई है और 97.17 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रहने से सक्रिय मामले घटकर 2.81 लाख रह गए हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 1,47,092 हो गई है।
वहीं, इस वक्त दुनिया के 11 देशों में प्राथमिकता समूहों को कोरोना वायरस का टीका दिया जाने लगा है। अमेरिका-जर्मनी कंपनी फाइजर-बायोएनटेक की बनाई वैक्सीन का सबसे ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।
चीन: चीन में छह कंपनियों के प्रयोगिक टीके से कई राज्यों में बहुत बड़ी आबादी को पहले ही टीका मिल चुका है। 18 दिसंबर को चीन ने ऐलान किया कि वह जोखिम वाले ग्रुप में शामिल पांच करोड़ लोगों को टीका लगाएगा। पहले चरण में 15 जनवरी तक ढाई करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा।
रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिसंबर की शुरूआत में टीकाकरण अभियान शुरू करने का ऐलान किया था। अब रूस में डॉक्टरों, शिक्षकों और सोशल वर्करों को स्वदेशी टीका स्पुतनिक-वी दिया जा रहा है। राजधानी मॉस्को में आम क्लीनिक में भी टीका उपलब्ध है।
ब्रिटेन: टीकाकरण शुरू करने वाला यह पहला यूरोपीय देश बना। सात दिसंबर को इसकी शुरुआत हुई और अब तक छह लाख लोगों को फाइजर का कोरोना टीका लग चुका है। स्वास्थ्यकर्मियों व 80 साल साल से ज्यादा उम्र के लोगों को प्राथमिकता सूची में रखा गया है।
कनाडा: यहां भी 14 दिसंबर को फाइजर के कोरोना टीके से टीकाकरण शुरू हो गया। कनाडा ने अपनी आबादी से पांच गुना ज्यादा खुराकों की अग्रिम खरीद कर ली है। कनाडा में सबसे पहले टीका स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े स्टाफ को दिया जा रहा है।
अमेरिका: यहां 14 दिसंबर को फाइजर-बायोएनटेक के कोरोना टीके से टीकाकरण शुरू हुआ, फिर मॉडर्ना के टीके को भी आपातकालीन मंजूरी मिल गई। नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी टीका लगवाया। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मी और फिर 75 साल से अधिक उम्र वालों को टीका लगाया जा रहा है।
इजराइल: यहां 20 दिसंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री नेतन्याहू, स्वास्थ्य कर्मचारियों और सैनिकों को टीका लगाया गया। एक दिन बाद 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को बायोनटेक-फाइजर का टीका दिया गया। 88 लाख की आबादी वाले इजराइल ने जनवरी के अंत तक 20 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है।
स्विट्जरलैंड: यहां फाइजर-बायोएनटेक के टीके से 22 दिसंबर को टीकाकरण शुरू हो गया। पहले चरण में हेल्थ और इमरजेंसी स्टाफ के साथ 75 साल से उम्रदराज लोगों को टीका लगाया जा रहा है। 85 लाख आबादी वाले स्विटजरलैंड के पास अभी एक लाख, सात हजार खुराकें हैं।
बहरीन: यह अरब जगत में टीकाकरण अभियान शुरू करने वाला पहला देश है, यहां 23 दिसंबर को टीकाकरण शुरू हुआ। वहां फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन मुफ्त दी जा रही है। टीका लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया है। बहरीन टीकाकरण के लिए चीन के बनाए टीके का भी इस्तेमाल करेगा।
3 लातिन अमेरिकी देशों में भी शुरुआत: मैक्सिको, चिली और कोस्टारिका में भी गुरुवार को कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण की शुरुआत कर दी। तीनों देश फाइजर के टीके का उपयोग कर रहे हैं।
3 देश जल्द शुरू करेंगे टीकाकरण
अर्जेंटीना : स्पूतनिक-वी टीके की तीन लाख खुराकें पहुंच चुकी हैं, यहां चंद दिनों में टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
आयरलैंड : यहां अगले बुधवार से फाइजर के कोरोना टीके से टीकाकरण शुरू हो जाएगा, 26 दिसंबर को खुराकें पहुंच जाएंगी।
मोरक्को : यहां चीन की सिनोफार्म और ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 6.5 करोड़ डोज पहुंच चुकी हैं, जल्द टीकाकरण शुरू होगा।
भारत-ब्राजील में अगले साल शुरुआत
ब्राजील की सरकार ने संकेत दिए हैं कि वहां अगले साल फरवरी से पहले टीकाकरण शुरू नहीं होगा, जबकि भारत सरकार का कहना है कि जनवरी में इसकी शुरुआत हो सकती है। सोमवार से टीकाकरण का पूर्वाभ्यास शुरू हो रहा है