
मध्य प्रदेश में किराया बोर्ड की बैठक के बाद अब प्राइवेट बसों में यात्रा करना होगा महंगा
भोपाल। (एजेंसी) ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में संचालित प्राइवेट यात्री बसों का किराया 25 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। जिसके बाद यात्रियों को महंगा सफर करना पड़ेगा। बस ओनर्स एसोसिएशन ने परिवहन विभाग को किराया बढ़ाने काे लेकर अपने तर्कों सहित मांग पत्र सौंपा है। इसमें 50 फीसदी तक किराया बढ़ाने की मांग की गई है।
एसोसिएशन द्वारा दिए गए पत्रक के बाद अगले एक-दो दिन में किराया बोर्ड की मीटिंग कर उन पर विचार किया जाएगा। वर्तमान में 730 में से अब तक 170 बसों का ही संचालन हो रहा है। उनमें भी यात्रियों की कमी चल रही है और बस ऑपरेटरों को भी घाटा हो रहा है। हरदा रूट पर गत दिवस अपनी बस का संचालन शुरू करने वाले ऑपरेटर मंगल सिंह चौहान ने बताया कि उन्होंने अपनी गाड़ी को 6600 रुपए का डीजल भरवाने के बाद हरदा भेजा था। जब गाड़ी लौटी तो उन्हें 4400 रुपए मिले। इस प्रकार अन्य बस मालिकों को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
प्राइम रूट बस ओनर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चरनजीत सिंह गुलाटी ने बताया कि उन्होंने एसीएस परिवहन एसएन मिश्रा के समक्ष अपने मांग पत्र में पहले 5 किमी का न्यूनतम किराया 10 रुपए करने की मांग भी रखी है। जबकि मप्र बस ओनर्स एसोसिएशन ने पहले 5 किमी सहित किराए में कुल 62 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक किराए में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। 18 सितंबर को मंत्रालय में किराया बोर्ड की बैठक है।
ऐसे बढ़े किराया
3 अगस्त 2013 को जब डीज़ल के दाम 48.63 रुपए थे तब किराया 90 पैसे/किमी दाम था। 25 अगस्त 2014 को डीज़ल के दाम 55.98 रुपए थे तब किराया 97 पैसे/किमी था। 22 अप्रैल 2015 को जब डीज़ल के दाम 49.72 रुपए था तब किराया प्रति किमी 92 पैसे था। वहीं 28 मई 2018 को डीज़ल के दाम 67.69 रुपए थे तब किराया प्रति किमी 1 रुपए हुआ।