
मध्य प्रदेश का एक गांव जहां अधिक मास आने पर पहले ही मना लेते हैं दशहरा और दिवाली
भोपाल। (एजेंसी) मध्य-प्रदेश के खरगोन में एक ऐसा गांव जहां अधिकमास के बावजूद एक माह पहले ही नवरात्रि उत्सव मनाया गया और रावण दहन भी किया गया। ग्रामीणों ने आतिशबाजी भी की और 9 दिन का उपवास भी रखा। ग्रामीणों ने देशभर में 17 अक्टूबर को मनाए जाने वाली नवरात्रि और 26 अक्टूबर को मनाया जाने वाला दशहरा एक माह पहले ही मना लिया।
जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर गोवाड़ी गांव में आज भी गांव पटेल और बड़वे-भोपे के द्वारा तय किए गए नियम का पालन किया जाता है। 17 सितंबर से अधिक मास लगने के कारण देशभर में नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू होगा और 26 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा, लेकिन गोवाडी देश का पहला अकेला ऐसा गांव है जहां नवरात्रि भी मनाई गई, उपवास भी रखे गए और रावण दहन भी कर दिया गया।
गांव में बच्चे से लेकर 100 साल के बुजुर्ग तक सभी ने आम सहमति से नवरात्रि उत्सव और दशहरा मिलन कार्यक्रम भी मनाया। ग्रामीणों ने चौराहे पर रावण का पुतला बनाकर रावण दहन भी किया। जनपद पंचायत सदस्य सुभाष यादव का कहना है हमने उसी तरह से नवरात्रि और दशहरा मनाया। गांव के बाला बाबा ने बताया कि अक्टूबर माह में ही नवरात्रि और दशहरा मनाना है, इसलिए पूरे गांव ने मिलकर मनाया। हिंदू धर्म में 16 श्राद्ध के बाद नवरात्रि और दशहरा मनाया जाता है, वैसे ही मनाया गया। हम जिनको मानते हैं वे कह देंगे तो दीपावली भी पहले मनाई जाएगी। वहीं, गांव के बड़वा कड़वा बाबा का कहना है भामा बाबा जैसा आदेश करते हैं, हम लोग वैसा ही करते हैं। नवरात्रि भी मनाई गई और दशहरा भी मनाया गया।
लोगों ने उपवास भी रखा। गांव के युवाओं द्वारा रावण दहन भी किया गया। 12 साल पहले भी अधिक मास आने पर इसी तरह नवरात्रि और दशहरा मनाया था। गांव के एक किसान का कहना है कि पावागढ़ से जोत लेकर आए और माता की स्थापना की। उपवास रखे, दशहरा मनाया और रावण दहन भी किया। बुजुर्ग बताते हैं 12 साल पहले भी हमने ऐसे ही नवरात्रि और दशहरा मनाया था। हमारे यहां कड़वा बाबा बड़वा के शरीर में सांभर बाबा आते हैं। वे जैसा कहते हैं, हम वैसा करते हैं। इसमें सभी गांव वाले शामिल होते हैं।