
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय बोले, किसान आंदोलन में 90 प्रतिशत तो किसान है ही नहीं
एक तरफ पूरे देश में किसान केंद्र द्वारा लागू किए गए किसान बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन एवं विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार के नुमाइंदे लगातार किसानों को मनाने में लगे हुए हैं। इसके उग्र प्रदर्शन के तौर पर 8 दिसंबर को पूरे देश में किसानों द्वारा बंद का ऐलान भी किया गया था हालांकि इसका कुछ खास असर चुनिंदा राज्यों में होने के अलावा नहीं हुआ। ऐसे में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस किसान आंदोलन पर ही प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
विजयवर्गीय ने देशभर में चल रहे किसान आंदोलन पर कहा कि देश में जो किसान आंदोलन चल रहा उसमें मुझे लगता है कि 90 प्रतिशत किसान हैं ही नहीं, सिर्फ 10 प्रतिशत ही किसान आंदोलन में सम्मिलित हैं। बल्कि इस आंदोलन को जो ताकतें सपोर्ट कर रही है, वो इस देश के लिए आलार्मी है। देश की जनता को समझना चाहिए कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है!
विदेशों के राष्ट्रपतियों के समर्थन करने पर विजयवर्गीय ने सवाल उठाये कि उन्होंने क्यों समर्थन किया इसकी तह तक जाना चाहिये। ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के सामने किसान आंदोलन का समर्थन किया। ये कौन लोग इनकी तह में जाना चाहिए और समझना चाहिये कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे अच्छा बिल हो ही नही सकता है। ये किसानों की समृद्धि का बिल है, गांवों की उन्नति का बिल है। उनकी आमदनी को दुगुना करने वाला बिल है। वहीं उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि बिल के अंदर जो प्रावधान हैं, उन्हें कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था पर किसानों ने कांग्रेस पर विश्वास नही किया और मोदी जी ने उन सब प्रावधानों को लागू कर दिया तो कांग्रेस को लगता है कि उनके हाथ का हथियार भी छीन लिया है। किसानों को बिल के बारे में सोचना चाहिए।